Saturday, 12 April 2025

✅ फूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट – 2021

    संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने “फूड वेस्ट इंडेक्स रिपोर्ट, 2021” प्रकाशित किया। UNEP की इस रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में 2019 में अनुमानित 931 मिलियन टन भोजन बर्बाद हुआ।

▪️ मुख्य बिंदु:
    
    साझेदार संगठन WRAP के सहयोग से UNEP द्वारा यह सूचकांक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी। इस बर्बादी में घरों का योगदान 61%, खाद्य सेवाओं का 26%, जबकि खुदरा क्षेत्र का 13% योगदान है। ओस रिपोर्ट में कुल वैश्विक खाद्य उत्पादन का 17 प्रतिशत बर्बाद होने पर भी प्रकाश डाला गया है। इसके अलावा, उपलब्ध कुल भोजन का 11 प्रतिशत घरों में बर्बाद होता है।

▪️ भारत में भोजन की बर्बादी :

    भारत में घरेलू भोजन बर्बादी प्रति वर्ष 50 किलोग्राम प्रति व्यक्ति है जो प्रति वर्ष 68,760,163 टन के बराबर है। दूसरी ओर, अमेरिका में घरेलू खाद्य अपशिष्ट प्रति वर्ष 59 किलोग्राम है जो प्रति वर्ष 19,359,951 टन के बराबर है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, चीन में घरेलू भोजन बर्बादी 64 किलोग्राम प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष है जो एक वर्ष में 91,646,213 टन के बराबर है।

आज का ज्ञान (12-04-2025)

  • मंगल और बृहस्पति के बीच क्षुद्र ग्रह देखें जाते हैं।
  • शुक्र ग्रह सौरमंडल का सबसे चमकीला ग्रह है।
  • चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है।
  • झेलम नदी पर तुलबुल परियोजना स्थित है।
  • झेलम नदी कश्मीर में बहने वाली नदी है।
  • तुलबुल परियोजना कश्मीर में स्थित परियोजना है।
  • जनगणना संघ सूची के अंतर्गत आता है।
  • भारतीय संविधान भारत को राज्यों का संघ है के रूप में वर्णित करता है।
  • निकोलस और जीन द्वारा सिनेमा का आविष्कार किया गया था।
  • ध्वनि के एक स्थान से दूसरे स्थान के जाने की प्रक्रिया को ध्वनि का संचरण कहते हैं।
  • ध्वनि माध्यम में तरंग के रूप में चलती है।
  • अनुदैर्ध्य तरंगों के निर्माण के लिए माध्यम की प्रत्यास्थता आवश्यक है।
  • विटामिन डी मछलियों के यकृत तेल में पाया जाता है।
  • प्रोटीन मूल रूप से एंजाइम होते हैं।
  • 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।
  • लिंगराज मंदिर भुवनेश्वर में स्थित है।
  • गुप्त वंश का संस्थापक श्रीगुप्त को माना जाता है।
  • गुप्त शासक समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा जाता है।
  • मुगल बादशाह अकबर के दरबार में टोडरमल राजस्व मंत्री था।
  • महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था।
  • पृथ्वी का ध्रुवीय व्यास 12714 किलोमीटर है।
  • मिट्टी के कटाव का मुख्य कारण जंगलों की कटाई है।
  • राष्ट्रपति भारत का प्रथम नागरिक होता है।
  • ध्वनि को डेसीबल में मापा जाता है।
  • पहली बार 19 जुलाई 1969 को 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया था।
  • सिनेबार पारा का अयस्क है।
  • सिस्टम नेचर लीनियस की पुस्तक है।
  • दालचीनी की प्राप्ति वृक्ष की छाल से होती है।
  • लीनियस को आधुनिक वर्गीकरण का पिता कहा जाता है।
  • बांग्लादेश की मुद्रा को टका कहा जाता है।
  • बकरी के संदर्भ में अनुसंधान हेतु केंद्रीय अनुसंधान संस्थान की स्थापना उत्तर प्रदेश के मथुरा के पास मखदूम में की गई है।

Current Affairs (11-04-2025)

हाल ही में विश्व होम्योपैथी दिवस कब मनाया गया है _ 10 अप्रैल।


हाल ही में प्राथमिकता निवेश परियोजनाओं पर भारत रूस कार्य समूह का आठवां सत्र कहां आयोजित हुआ है_ नई दिल्ली।


हाल ही में किसे राष्ट्रीय समुद्री वरुण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है_ राजेश उन्नी।


हाल ही में किस राज्य के पुलिस पोर्टल को पुलिस सुरक्षा श्रेणी में SKOCH पुरस्कार मिला है_ उत्तर प्रदेश। 


हाल ही में कहां के सींस इन द स्क्वायर में शाहरुख –काजोल का स्टेचू लगेगा_ लंदन। 


हाल ही में किस देश ने 6 घंटे में 3D प्रिंटेड रेलवे स्टेशन बनाया है_ जापान। 


हाल ही में किसका लघु कहानीसंग्रह "हार्ट लैंप" अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2025 के लिए चुना गया है_ बानु मुस्ताक।


हाल ही में कहां के हैंडलूम उत्पाद रिडिया को जी आई टैग मिला है_ मेघालय। 


हाल ही में 2025 में भारत की पहली यूनिकॉर्न कंपनी कौन सी बनी है_ JUSPAY।


हाल ही में किस देश ने प्रधानमंत्री मोदी को अपनी विजय दिवस परेड के लिए आमंत्रित किया है_ रूस। 


हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को कहां मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई है _ स्लोवाकिया।


हाल ही में किस देश ने गैर सैन्य अंतरिक्ष अन्वेषण पर NASA के साथ आर्टेमिस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं_ बांग्लादेश। 


हाल ही में वैश्विक प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन 2025 कहां आयोजित किया जाएगा_ नईदिल्ली।


हाल ही में चर्चा में रहा माउंट कनलाओन किस देश में स्थित है_ फिलिपींस।

फूटा घड़ा

फूटा घड़ा
 
    बहुत समय पहले की बात है , किसी गाँव में एक किसान रहता था . वह रोज़ भोर में उठकर दूर झरनों से स्वच्छ पानी लेने जाया करता था . इस काम के लिए वह अपने साथ दो बड़े घड़े ले जाता था , जिन्हें वो डंडे में बाँध कर अपने कंधे पर दोनों ओर लटका लेता था .

    उनमे से एक घड़ा कहीं से फूटा हुआ था ,और दूसरा एक दम सही था . इस वजह से रोज़ घर पहुँचते -पहुचते किसान के पास डेढ़ घड़ा पानी ही बच पाता था .ऐसा दो सालों से चल रहा था .


    सही घड़े को इस बात का घमंड था कि वो पूरा का पूरा पानी घर पहुंचता है और उसके अन्दर कोई कमी नहीं है , वहीँ दूसरी तरफ फूटा घड़ा इस बात से शर्मिंदा रहता था कि वो आधा पानी ही घर तक पंहुचा पाता है और किसान की मेहनत बेकार चली जाती है . फूटा घड़ाये सब सोच कर बहुत परेशान रहने लगा और एक दिन उससे रहा नहीं गया , उसने किसान से कहा , “ मैं खुद पर शर्मिंदा हूँ और आपसे क्षमा मांगना चाहता हूँ ?”
“क्यों ? “ , किसान ने पूछा , “ तुम किस बात से शर्मिंदा हो ?”

    “शायद आप नहीं जानते पर मैं एक जगह से फूटा हुआ हूँ , और पिछले दो सालों से मुझे जितना पानी घर पहुँचाना चाहिए था बस उसका आधा ही पहुंचा पाया हूँ , मेरे अन्दर ये बहुत बड़ी कमी है , और इस वजह से आपकी मेहनत बर्वाद होती रही है .”, फूटे घड़े ने दुखी होते हुए कहा.

    किसान को घड़े की बात सुनकर थोडा दुःख हुआ और वह बोला , “ कोई बात नहीं , मैं चाहता हूँ कि आज लौटते वक़्त तुम रास्ते में पड़ने वाले सुन्दर फूलों को देखो .”


    घड़े ने वैसा ही किया , वह रास्ते भर सुन्दर फूलों को देखता आया , ऐसा करने से उसकी उदासी कुछ दूर हुई पर घर पहुँचते – पहुँचते फिर उसके अन्दर से आधा पानी गिर चुका था, वो मायूस हो गया और किसान से क्षमा मांगने लगा .

    किसान बोला ,” शायद तुमने ध्यान नहीं दिया पूरे रास्ते में जितने भी फूल थे वो बस तुम्हारी तरफ ही थे , सही घड़े की तरफ एक भी फूल नहीं था . ऐसा इसलिए क्योंकि मैं हमेशा से तुम्हारे अन्दर की कमी को जानता था , और मैंने उसका लाभ उठाया . मैंने तुम्हारे तरफ वाले रास्ते पर रंग -बिरंगे फूलों के बीज बो दिए थे , तुम रोज़ थोडा-थोडा कर के उन्हें सींचते रहे और पूरे रास्ते को इतना खूबसूरत बना दिया . आज तुम्हारी वजह से ही मैं इन फूलों को भगवान को अर्पित कर पाता हूँ और अपना घर सुन्दर बना पाता हूँ . तुम्ही सोचो अगर तुम जैसे हो वैसे नहीं होते तो भला क्या मैं ये सब कुछ कर पाता ?”

    दोस्तों हम सभी के अन्दर कोई ना कोई कमी होती है , पर यही कमियां हमें अनोखा बनाती हैं . उस किसान की तरह हमें भी हर किसी को वो जैसा है वैसे ही स्वीकारना चाहिए और उसकी अच्छाई की तरफ ध्यान देना चाहिए, और जब हम ऐसा करेंगे तब “फूटा घड़ा” भी “अच्छे घड़े” से मूल्यवान हो जायेगा.
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