'सदाचरण की परिवीक्षा' पर अभियुक्त को छोड़ देना, जिसका अर्थ है उसे जेल भेजने के बजाय अच्छे आचरण की शर्त पर रिहा कर देना।
**सदाचरण की परिवीक्षा: मूल अवधारणा**
सदाचरण की परिवीक्षा, जैसा कि BNSS में परिकल्पित है, अभियुक्त को सुधार का अवसर प्रदान करती है। इसका उद्देश्य विशेष रूप से युवा अपराधियों और पहली बार अपराध करने वालों को जेल के कठोर वातावरण से बचाना है, जहां वे और अधिक आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने की संभावना रखते हैं। इस व्यवस्था के तहत, अभियुक्त को कुछ शर्तों के साथ रिहा किया जाता है, जैसे:
* नियमित रूप से परिवीक्षा अधिकारी से मिलना।
* कानून का पालन करना।
* शराब या नशीले पदार्थों का सेवन न करना।
* समुदाय सेवा में भाग लेना (कुछ मामलों में)।
**BNSS में सदाचरण की परिवीक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण प्रावधान**
BNSS में सदाचरण की परिवीक्षा से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रावधान हैं जिन पर ध्यान देना आवश्यक है:
**अपराधों की प्रकृति:** यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी प्रकार के अपराधों के लिए सदाचरण की परिवीक्षा उपलब्ध नहीं है। गंभीर अपराधों, जैसे हत्या और बलात्कार, के लिए यह विकल्प उपलब्ध नहीं हो सकता है।
**आयु और पृष्ठभूमि:** न्यायालय अभियुक्त की आयु, पृष्ठभूमि और सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों पर विचार करेगा। युवा अपराधियों और पहली बार अपराध करने वालों को वरीयता दी जा सकती है।
**पीड़ित का दृष्टिकोण:** न्यायालय पीड़ित की राय को भी ध्यान में रख सकता है, खासकर यदि अपराध पीड़ित को गंभीर नुकसान पहुंचाता है।
**परिवीक्षा अधिकारी की भूमिका:** परिवीक्षा अधिकारी यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि अभियुक्त शर्तों का पालन कर रहा है। वे अभियुक्त को पुनर्वास में भी मदद करते हैं।
**सदाचरण की परिवीक्षा के लाभ**
**जेल की भीड़ कम करना:** यह सजा का एक किफायती विकल्प है जो जेल की भीड़ को कम करने में मदद कर सकता है।
**अपराधियों का पुनर्वास:** यह अपराधियों को समाज में फिर से एकीकृत होने का अवसर प्रदान करता है।
**अपराध दर में कमी:** अध्ययनों से पता चला है कि सदाचरण की परिवीक्षा अपराध दर को कम करने में प्रभावी हो सकती है।
**चुनौतियाँ और संभावित कमियाँ**
**कार्यान्वयन की निगरानी:** यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि परिवीक्षा की शर्तों का ठीक से पालन किया जा रहा है।
**परिवीक्षा अधिकारियों पर बोझ:** परिवीक्षा अधिकारियों पर अत्यधिक बोझ हो सकता है, जिससे वे सभी मामलों पर प्रभावी ढंग से निगरानी करने में असमर्थ हो सकते हैं।
**सार्वजनिक सुरक्षा:** यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सदाचरण की परिवीक्षा के तहत रिहा किए गए अभियुक्त सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा न बनें।
**निष्कर्ष**
सदाचरण की परिवीक्षा पर छोड़ देने का आदेश एक प्रगतिशील कदम है जो अपराधियों को सुधार का अवसर प्रदान करता है। हालाँकि, इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए पर्याप्त संसाधनों, अच्छी तरह से प्रशिक्षित परिवीक्षा अधिकारियों और सार्वजनिक सुरक्षा पर निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता है। इसमें निस्संदेह भारतीय आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार लाने की क्षमता है।
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