अभिवृत्ति निर्माण एक जटिल प्रक्रिया है जो विभिन्न कारकों से प्रभावित होती है। यहाँ अभिवृत्ति निर्माण के कुछ प्रमुख पहलू दिए गए हैं:
अभिवृत्ति क्या है?
अभिवृत्ति एक व्यक्ति, वस्तु, विचार या स्थिति के प्रति हमारे दृष्टिकोण या भावनाओं को संदर्भित करती है। यह हमारे व्यवहार को प्रभावित करती है और हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को आकार देती है।
अभिवृत्ति निर्माण के कारक:
- प्रत्यक्ष अनुभव:
- हमारे व्यक्तिगत अनुभव अभिवृत्ति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- सकारात्मक अनुभव सकारात्मक अभिवृत्ति को जन्म देते हैं, जबकि नकारात्मक अनुभव नकारात्मक अभिवृत्ति को बढ़ावा देते हैं।
- सामाजिक प्रभाव:
- परिवार, दोस्त, सहकर्मी और समाज हमारी अभिवृत्ति को प्रभावित करते हैं।
- हम उन लोगों की अभिवृत्ति को अपनाते हैं जिन्हें हम महत्व देते हैं या जिनसे हम प्रभावित होते हैं।
- सांस्कृतिक कारक:
- हमारी संस्कृति हमारे मूल्यों, विश्वासों और मानदंडों को आकार देती है, जो हमारी अभिवृत्ति को प्रभावित करते हैं।
- विभिन्न संस्कृतियों में विभिन्न अभिवृत्तियाँ प्रबल हो सकती हैं।
- मीडिया:
- टेलीविजन, फिल्में, इंटरनेट और सोशल मीडिया हमारी अभिवृत्ति को प्रभावित कर सकते हैं।
- मीडिया छवियों और संदेशों को प्रस्तुत करता है जो हमारी धारणाओं और दृष्टिकोणों को आकार देते हैं।
- शिक्षा:
- शिक्षा हमारी जानकारी और ज्ञान को बढ़ाती है, जो हमारी अभिवृत्ति को बदल सकती है।
- शिक्षा द्वारा सही और गलत के बारे में जानकारी मिलती है, जिससे हमारी अभिवृति में बदलाव आता है।
- संदर्भ समूह:
- संदर्भ समूह एक व्यक्ति को सोचने एवं व्यवहार करने के स्वीकृत नियमो या मानको को बताते है।
- अतः यह समूह या संस्कृति के मनको के माध्यम से अभिवृतियों के अधिगम को दर्शाते है।
अभिवृत्ति के घटक:
- संज्ञानात्मक घटक:
- इसमें हमारे विश्वास और विचार शामिल हैं।
- भावनात्मक घटक:
- इसमें हमारी भावनाएँ और भावनाएँ शामिल हैं।
- व्यवहार संबंधी घटक:
- इसमें हमारे कार्य और व्यवहार शामिल हैं।
अभिवृत्ति परिवर्तन:
- अभिवृत्ति स्थिर नहीं होती है; वे समय के साथ बदल सकती हैं।
- नए अनुभव, जानकारी और सामाजिक प्रभाव अभिवृत्ति परिवर्तन को ट्रिगर कर सकते हैं।
अभिवृत्ति निर्माण एक गतिशील प्रक्रिया है जो हमारे पूरे जीवन में जारी रहती है।
No comments:
Post a Comment